अमर बलिदानी भाई नाथुराम गोडसे
क्या आप जानते है कि ::
30 जनवरी को यदि गांधी वध रुक जाता तो 3 फरवरी 1948 को देश का एक और विभाजन पक्का था।
जिन्ना की मांग थी कि पश्चिमी पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान जाने में बहुत समय लगता है और हवाई जहाज से जाने की सभी की औकात नहीं, तो हमको बिलकुल बीच भारत से एक कोरिडोर बना कर दिया जाए जो--
1. लाहौर से ढाका जाता हो
... 2. दिल्ली के पास से जाता हो
3. जिसकी चौड़ाई कम से कम 10 मील यानि 16 किलोमीटर हो
4. 10 मील के दोनों और सिर्फ मुस्लिम बस्तियां ही बनेगी
तत्कालीन परिस्थितियों में सभी भारतीय और पाकिस्तानी इस सत्य से परिचित थे कि एक और विभाजन निश्चिंत है, उसके बाद नाथूराम गोडसे ने जो किया वो इतिहास है, अगर गाँधी वध का संकल्प पूरा ना होता..........तो आप ही बताइये क्या आज भारत कितना होता ?
गोडसे जी भागे नहीं, और इस कार्य को न्यायलय के सभी 35 सुनवाइयों पर स्वीकार किया !!
क्या आप जानते है कि ::
30 जनवरी को यदि गांधी वध रुक जाता तो 3 फरवरी 1948 को देश का एक और विभाजन पक्का था।
जिन्ना की मांग थी कि पश्चिमी पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान जाने में बहुत समय लगता है और हवाई जहाज से जाने की सभी की औकात नहीं, तो हमको बिलकुल बीच भारत से एक कोरिडोर बना कर दिया जाए जो--
1. लाहौर से ढाका जाता हो
... 2. दिल्ली के पास से जाता हो
3. जिसकी चौड़ाई कम से कम 10 मील यानि 16 किलोमीटर हो
4. 10 मील के दोनों और सिर्फ मुस्लिम बस्तियां ही बनेगी
तत्कालीन परिस्थितियों में सभी भारतीय और पाकिस्तानी इस सत्य से परिचित थे कि एक और विभाजन निश्चिंत है, उसके बाद नाथूराम गोडसे ने जो किया वो इतिहास है, अगर गाँधी वध का संकल्प पूरा ना होता..........तो आप ही बताइये क्या आज भारत कितना होता ?
गोडसे जी भागे नहीं, और इस कार्य को न्यायलय के सभी 35 सुनवाइयों पर स्वीकार किया !!
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