कविता- ऐसे थे शिवा महान
डॉ उमेश प्रताप वत्स
जीजाबाई की वीर संतान , भारत का है गौरव गान
स्वराज्य के उद्घोषक थे, ऐसे वीर शिवा महान
शिवनेरी दुर्ग में लिया जन्म, माँ की गोद में पले-बढ़े
गीता और रामायण सुनकर , वीर शिवाजी हुए खड़े
मुगलों का था देश में शासन, गिरवी पड़ा था मान-सम्मान
स्वराज्य के उद्घोषक थे, ऐसा वीर शिवा महान
आदिवासी, वनवासी और , वंचित वर्गों को लिया साथ
ढूँढ के योद्धा तैयार किये, ना पूछा धर्म और जात-पात
हर जन-गण की सेना लेकर, युद्ध किया लगा दी जान
स्वराज्य के उद्घोषक थे, ऐसे वीर शिवा महान
आदिलशाह का तख्त हिलाया, शाइस्तखां को धूल चटाई
हर मराठा हर वर्ग का सैनिक, रणभूमि में करें लड़ाई
अफजल खां को मार शिवा ने, जगाया देश का स्वाभिमान
स्वराज्य के उद्घोषक थे, ऐसे वीर शिवा महान
हम भी शिवा के पद चिह्नों पर, देश का मान बढ़ायेंगे
हर क्षेत्र में आगे बढ़कर , विजय तराना गायेंगे
कहे 'वत्स ' ये देश के सैनिक , हिन्दुस्थान की आन और शान
स्वराज्य के उद्घोषक थे, ऐसे वीर शिवा महान
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