नमस्कार, मेरा नाम उमेश प्रताप वत्स है। मैं यमुनानगर का निवासी हूँ तथा हरियाणा शिक्षा विभाग में हिन्दी अध्यापक के रुप में कार्यरत हूँ। मैं ई-पण्डित श्रीश शर्मा के साथ एक ही विद्यालय में कार्यरत हूँ, हिन्दी भाषायी लेखन में रुचि रखता हूँ तो उन्होंने प्रेरित किया कि चिट्ठा लिखा करुँ। ब्लॉग वगैरा सैट करने में उन्होंने सहायता की।
ब्लॉग का नाम उन्होंने ही सुझाया, नाम के पीछे यह तथ्य है कि स्कूल में साथी अध्यापक मुझे पहलवान कहते हैं (मैं कुश्ती का राष्ट्रीय चैम्पियन रह चुका हूँ)।
उन्होंने बताया कि कविता, कहानी एवं अन्य विचार आदि लिखने के लिये ब्लॉग एक उत्तम माध्यम है। आशा है आप सब का सहयोग मिलेगा। हिन्दी टाइप करने में अभी गति नहीं है इसलिये आज इतना ही।
हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है उमेश जी। आपको हमने फंसा ही दिया, अब आपका भी रात-दिन का चैन टिप्पणियों की चिन्ता में बीता करेगा, भगवान आपकी भली करे। :-)
जवाब देंहटाएंखैर खुशी की बात है कि यमुनानगर से मेरे एवं एक अन्य चिट्ठाकार हैं, के बाद आप तीसरे हिन्दी चिट्ठाकार हो गये। उम्मीद है नियमित लिखते रहेंगे।
हिन्दी ब्लॉगजगत में आपका स्वागत है, नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंईपंडित जी तो हमारे गुम हो गये हैं, बड़ी याद आती है उनकी. :)
swaaagat hai aapka
जवाब देंहटाएंratnakar tripathi
main ratnakar
aa jaiye is naye akhaade men.are ye to aapka hi akhaada hai!
जवाब देंहटाएंswagat hai.
जवाब देंहटाएंहिंदी ब्लाग लेखन के लिये स्वागत और बधाई । अन्य ब्लागों को भी पढ़ें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देने का कष्ट करें
जवाब देंहटाएंआपका स्वागत है उमेश जी
जवाब देंहटाएंआप लिखते रहिये
हम आते रहेंगें आपके अखाडे में
प्रणाम स्वीकार करें
Anek shubhkamnaon sahit swagat hai!
जवाब देंहटाएंएक तो "वत्स" होने के नाते ओर दूसरे हमारी जन्मभूमी से संबंधित होने के कारण आपसे मिलना ओर भी अच्छा लगा.....
जवाब देंहटाएंशुभकामनाऎँ!!!!
aapke comments pr mai aabhar prakat krta hun.
जवाब देंहटाएंswaaagat hai aapka
जवाब देंहटाएं